मनोहर चाय—हरदा की पहचान, अब सिराली की शानहरदा में अपनी खास ‘गुड फ्लेवर चाय’ और हाई-क्वालिटी सर्विस के कारण चर्चित हो चुकी मनोहर चाय ने लोगों के बीच एक अलग पहचान बनाई है। सिराली में फ्रेंचाइजी खुलने से यहां के स्थानीय लोगों को अब उसी स्वाद और गुणवत्ता का अनुभव अपने ही शहर में मिलेगा।
नए आउटलेट में हाइजीनिक माहौल, किफायती रेट और विविध प्रकार की स्पेशल चाय उपलब्ध कराई जाएगी। खास तौर पर ‘गुड चाय’ इस ब्रांड का मुख्य आकर्षण है, जो ग्राहकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।
स्थानीय युवाओं को मिलेगा रोजगार
फ्रेंचाइजी के उद्घाटन अवसर पर प्रो. नरेंद्र गोपाल ने बताया कि उनका मुख्य उद्देश्य सिराली के युवाओं को रोजगार और स्व–रोजगार का अवसर उपलब्ध कराना है।
उन्होंने कहा— “हम चाहते हैं कि छोटे शहरों के युवा भी बड़े ब्रांड्स के साथ काम करने और आगे बढ़ने का मौका पाएं। मनोहर चाय सिराली में शुरू होने से स्थानीय स्तर पर रोजगार के कई छोटे–बड़े अवसर बढ़ेंगे।”
उन्होंने यह भी कहा कि यदि युवाओं में इच्छा और मेहनत है, तो इस तरह की फ्रेंचाइजी मॉडल ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों में भी सफल हो सकती है।
ग्राहकों के लिए क्या होगा खास?
- स्पेशल ‘गुड फ्लेवर चाय’
- मसाला चाय, लेमन टी, अदरक–इलायची चाय
- स्नैक्स के कुछ विकल्प
- साफ–सुथरा, परिवार के साथ बैठने योग्य स्थान
- क्वालिटी और टेस्ट में एकरूपता
पहले दिन से ही चाय प्रेमियों में उत्साह देखा गया। कई लोगों ने कहा कि सिराली में इस तरह की ब्रांडेड चाय सेवा की काफी कमी थी, जो अब पूरी हो गई है।
उद्घाटन में उपस्थित जनों की सराहना
फ्रेंचाइजी के उद्घाटन कार्यक्रम में स्थानीय व्यापारी, युवा उद्यमी, सामाजिक कार्यकर्ता और आम नागरिक मौजूद रहे। सभी ने प्रो. गोपाल के इस कदम की प्रशंसा की। उपस्थित जनों ने कहा कि इस तरह के प्रयास न केवल स्वाद की नई सुविधा उपलब्ध कराते हैं, बल्कि छोटे शहरों में आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देते हैं।
सिराली की अर्थव्यवस्था को नया बल
मनोहर चाय की फ्रेंचाइजी खुलने से सिराली का व्यवसायिक माहौल भी मजबूत होता दिख रहा है।
एक ओर जहां नए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, वहीं दूसरी ओर आसपास के छोटे व्यापारियों को भी लाभ मिलेगा।
चाय व स्नैक्स सप्लाई करने वाले, दूध व अन्य खाद्य सामग्री के विक्रेताओं को भी इससे नियमित व्यापार मिलेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
युवाओं के लिए प्रेरणा
प्रो. नरेंद्र गोपाल का यह कदम क्षेत्र के युवाओं के लिए एक प्रेरणा के रूप में सामने आया है।
उनका मानना है कि बड़े शहरों पर निर्भर रहने के बजाय छोटे कस्बों में भी बेहतर व्यवसायिक माहौल और संभावनाएँ मौजूद हैं। उन्होंने युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा—
“अपने शहर में रहकर भी आप सफल बिजनेस खड़ा कर सकते हैं। बस सही योजना और मेहनत की जरूरत होती है।”सिराली में मनोहर चाय की नई फ्रेंचाइजी शुरू होने से जहां चाय प्रेमियों को स्वाद का नया ठिकाना मिला है, वहीं स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार एवं उद्यमिता का नया अध्याय भी खुल चुका है।

