सिराली क्षेत्र में भू-माफिया सक्रिय, भोले-भाले और विक्षिप्त लोगों को बना रहे निशानालालच, धमकी और आपसी फूट का उठाते हैं फायदा; करोड़ों की जमीन हड़पने की सुनियोजित साजिशें

सिराली क्षेत्र में भू-माफिया सक्रिय, भोले-भाले और विक्षिप्त लोगों को बना रहे निशाना
लालच, धमकी और आपसी फूट का उठाते हैं फायदा; करोड़ों की जमीन हड़पने की सुनियोजित साजिशें

सिराली (जिला हरदा), संवाददाता।
सिराली क्षेत्र में भू-माफियाओं की गतिविधियाँ दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं। ये माफिया गिरोह खासतौर पर समाज के कमजोर वर्गों — जैसे निर्धन, मानसिक रूप से अस्वस्थ, अनपढ़, या पारिवारिक विवादों में उलझे हुए लोगों — को निशाना बना रहे हैं। लालच, धमकी और आपसी झगड़ों का फायदा उठाकर ये लोग करोड़ों की जमीनें कौड़ियों के दाम पर हड़पने में लगे हैं।

जानकारी के अनुसार, माफिया की कार्यप्रणाली बेहद योजनाबद्ध और चालाकी भरी होती है। ये लोग खासकर उन जमीनों को टारगेट करते हैं जिनमें पारिवारिक विवाद, बंटवारे की स्थिति या बहनों का कानूनी हिस्सा होता है। ऐसे मामलों में ये जमीन मालिकों को कोर्ट-कचहरी से बचने का बहाना देकर सीधे सौदा करने का लालच देते हैं। कई बार वे धमकी और डराने-धमकाने के तरीकों से भी सौदा करवाते हैं।

ताजा मामला – करोड़ों की ज़मीन हड़पी गई:


हाल ही में सिराली में एक मामला सामने आया है जिसमें बाजार मूल्य में करोड़ों की जमीन को कुछ लाख रुपए में खरीदने का दावा किया जा रहा है। बताया गया कि यह जमीन पूर्व में किसी योजना (स्कीम) में प्रस्तावित थी, जिससे उसकी कीमत कई गुना बढ़ चुकी थी। लेकिन इस मूल्यवान भूमि का सौदा बेहद कम दाम में कर लिया गया।

चौंकाने वाली बात यह है कि यह ज़मीन एक मानसिक रूप से कमजोर व्यक्ति के नाम पर दर्ज थी। सूत्रों के अनुसार, माफिया ने उस व्यक्ति के परिवार को बहला-फुसलाकर, लालच और थोड़े से पैसे देकर ज़मीन का सौदा करवा लिया। अब यह चर्चा चौक-चौराहों पर जोर पकड़ रही है कि यह एक सुनियोजित कब्जा है, जिसमें कुछ दलाल और प्रभावशाली चेहरे भी शामिल हो सकते हैं।

शिकायत हुई, दबाव भी डाला जा रहा:
स्थानीय लोगों के अनुसार, इस मामले को लेकर संबंधित विभागों में शिकायत भी की गई है। लेकिन कुछ प्रभावशाली लोगों द्वारा इस शिकायत को दबाने और मामले को प्रभावित करने के प्रयास भी चल रहे हैं। जिससे पीड़ित परिवार और अन्य जागरूक नागरिकों में आक्रोश है।

जनता में आक्रोश, कार्रवाई की मांग:
स्थानीय सामाजिक संगठनों और जागरूक नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे मामलों की निष्पक्ष जांच हो और भू-माफियाओं पर सख्त कानूनी कार्यवाही की जाए। अगर समय रहते इन गतिविधियों पर अंकुश नहीं लगाया गया, तो सिराली जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक ताना-बाना और अधिक कमजोर हो सकता है।सिराली क्षेत्र में भू-माफियाओं की बढ़ती पकड़ आम नागरिकों की संपत्ति और अधिकारों पर सीधा हमला है। ज़रूरत है प्रशासनिक सजगता और कड़ी निगरानी की, ताकि निर्दोष और भोले-भाले लोग ठगी और ज़मीन हड़पने की चालों का शिकार न बनें।