खण्डवा में मनरेगा उपयंत्रियों ने शुरू की हड़ताल : समय पर वेतन नहीं मिलने और 8 सूत्रीय मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार
खण्डवा। जिले भर में मनरेगा उपयंत्रियों ने गुरुवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों की हड़ताल के बाद 14 अगस्त से मनरेगा उपयंत्री भी कार्य बहिष्कार पर चले गए हैं।
मनरेगा अभियंता संघ के बैनर तले जिले के 30 से अधिक उपयंत्रियों ने मुख्यमंत्री, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री, प्रमुख सचिव और आयुक्त मनरेगा को 8 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा है। उपयंत्रीयो ने प्रतिनिधि से चर्चा में कहा कि रक्षाबंधन जैसे त्योहार पर भी उन्हें वेतन नहीं मिला है।
उपयंत्रियों की प्रमुख मांगों में शामिल हैं
संविदा पारिश्रमिक की गणना नियुक्ति दिनांक से करना, मृत्यु पर आश्रित परिवार को अनुकंपा नियुक्ति देना, पद से पृथक करने के बजाय निलंबित करने का प्रावधान, सहायक यंत्री का प्रभार देना और ग्रेजुटी का लाभ प्रदान करना। साथ ही वे चाहते हैं कि संविदा सेवा का नवीनीकरण पांच साल में हो।
हड़ताल का सीधा असर मां की बगिया सहित अन्य मनरेगा कार्यों पर पड़ रहा है। उपयंत्रियों का कहना है कि मनरेगा मांग आधारित योजना है, लेकिन इसे लक्ष्य आधारित बनाकर उनका शोषण किया जा रहा है। वे चाहते हैं कि उनसे केवल तकनीकी कार्य कराया जाए और हर माह की पहली तारीख को वेतन मिले।