सिराली। नगर सिराली इन दिनों आवारा कुत्तों के आतंक से जूझ रहा है। खासतौर पर वार्ड नंबर 8 में कुत्तों के झुंड खुलेआम घूमते नजर आ रहे हैं और रोजाना बकरी, सूअर सहित अन्य आवारा पशुओं को अपना शिकार बना रहे हैं। आलम यह है कि वार्डवासी भय के साए में जी रहे हैं। लोगों का कहना है कि नगर परिषद की लापरवाही के कारण यह समस्या दिन-प्रतिदिन विकराल रूप ले रही है और कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
वार्डवासियों में बढ़ रही दहशत
स्थानीय लोगों के अनुसार, वार्ड नंबर 8 की गलियों और मोहल्लों में दिन-रात दर्जनों कुत्ते घूमते रहते हैं। कई बार ये झुंड अचानक बच्चों और बुजुर्गों के पीछे दौड़ पड़ते हैं। लोग बताते हैं कि सुबह-शाम घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। महिलाएं और बच्चे खासतौर पर भयभीत हैं। परिजन हमेशा इस चिंता में रहते हैं कि कहीं किसी बच्चे या बड़े के साथ कोई अप्रिय घटना न घट जाए।
रोजाना बन रहे पशु शिकार
वार्डवासियों ने यह भी बताया कि ये आवारा कुत्ते आए दिन बकरियों और सूअरों को नोच-नोचकर घायल कर देते हैं। कई छोटे पशु उनकी शिकार बनकर मर भी चुके हैं। इस वजह से स्थानीय पशुपालकों को आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ रहा है। बावजूद इसके, नगर परिषद की ओर से अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है।
नगर परिषद की कार्यप्रणाली पर सवाल
नाराज नागरिकों ने नगर परिषद सिराली पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि आवारा कुत्तों की नसबंदी और पकड़ने की योजना केवल कागजों तक सीमित है। धरातल पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे। नागरिकों का कहना है कि नगर परिषद को इस गंभीर समस्या पर तुरंत ध्यान देना चाहिए और कुत्तों के झुंड को पकड़कर सुरक्षित स्थान पर ले जाना चाहिए, अन्यथा कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
बच्चों की सुरक्षा सबसे बड़ी चिंता
मोहल्ले की महिलाओं ने बताया कि वे अपने बच्चों को अब अकेले बाहर खेलने नहीं भेज पातीं। स्कूल जाते समय भी बच्चे डर के माहौल में रहते हैं। कई बार साइकिल या बाइक सवार लोगों का पीछा कर ये कुत्ते उन पर हमला करने की कोशिश करते हैं, जिससे दुर्घटना की आशंका और बढ़ जाती है।
वार्डवासियों की मांग
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द नगर परिषद सिराली आवारा कुत्तों की समस्या का स्थायी समाधान निकाले। नसबंदी अभियान, पकड़ने वाली टीम की सक्रियता और नियमित निगरानी जैसे कदम तत्काल उठाए जाने चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही इस दिशा में ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो वार्डवासी मिलकर आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
बढ़ते खतरे पर चिंता
गौरतलब है कि सिराली सहित जिले के कई नगरों में आवारा कुत्तों की समस्या आम होती जा रही है। आए दिन इनके हमले से घायल होने की घटनाएं भी सामने आती हैं। ऐसे में वार्ड नंबर 8 के लोगों की चिंता जायज है। अगर समय रहते इस ओर ध्यान नहीं दिया गया, तो किसी दिन यह समस्या जानलेवा साबित हो सकती है।
अंत में वार्डवासियों ने कहा कि “हम डर के साए में जी रहे हैं। नगर परिषद सिराली को चाहिए कि लोगों की जान-माल की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तुरंत इस समस्या पर कार्यवाही करे।”