सिराली। थाना अंतर्गत बंदी मोहाड़िया निवासी किओस्क खातेदार महिला के खाते से बीते 14 मई को दो बार में क्रमशः 30000 और 10000 बगैर उनके निकाले खाते से निकल गए। इस बात की जानकारी महिला के पति जब कियोस्क शाखा पर रुपए के लेनदेन के लिए पहुंचे तब पता चला कि उनके खाते से₹40000 दो बार में निकाल लिए गए हैं। जानकारी के अनुसार बंदी मुहड़िया सिराली निवासी जय श्री पति विकास कुशवाहा 28 वर्ष ने पुलिस को दिए आवेदन में बताया कि विवाह पूर्व उनका खाता हरदा एसबीआई किओस्क से संचालित था। विवाह के बाद खाते को सिराली ट्रांसफर करवा लिया जिसमें रुपए जमा रहे और पिछले 6 माह से कोई लेनदेन नहीं हुआ। इसके बाद विगत माह 14 मई को उनके खाते से दो बार में 30 और ₹10000 इस तरह कुल ₹40000 निकल गए। बैंक की सिराली शाखा में पता करने पर बताया कि नर्मदा पुरम के सिवनी मालवा के गुरु कृपा कियोस्क संचालक के यहां से रुपए निकाले हैं। सिवनी मालवा में पता करने पर कियोस्क संचालक द्वारा संतुष्टि पूर्ण जवाब नहीं दिया गया। बैंक द्वारा बताया गया की थंब इंप्रेशन से कियोस्क से रुपए निकाले हैं जबकि महिला 6 माह से गर्भवती है और खाते से किसी तरह का कोई लेनदेन नहीं हुआ । उन्होंने अपने बैंक खाते में कूट रचना होने की आशंका जताई है। श्रीमती कुशवाहा ने पुलिस को दिए शिकायती आवेदन में शिकायत की रिपोर्ट दर्ज किए जाने और साइबर सेल की मदद के लिए थाना प्रभारी से मांग की है।
दीपगाव कला में भी कुछ बैंक BC के द्वारा महिलाओं के खातों से लाड़ली लक्ष्मी बहना योजना की राशी निकालने के नाम पर ICICI बैंक खातों सहित अन्य बैको की राशी निकालने की बात जन चर्चा का विषय बनी हुई है, अगर यहा भी जाँच करवाई जाए तो BC आई डी से आसानी से खातों से गलत तरीको से खाता धारकों के खातों से राशी निकालने वाली BC यो को फर्जीबाड़ा सामने आ सकता हैं,
ऐसे करते हैं फर्जीबाड़ा-
लाड़ली लक्ष्मी बहनों की राशी खाते में निकालने के नाम पर अन्य योजनाओं की मिलने वाली सब्सिडी आदि राशी की खाता आधार से जुड़ा होने के कारण सीधे खाते
में आ जाती हैं, जिसकी जानकारी खाताधारक महिलाओं को नही होती हैं ,यह BC राशी चेक करने या निकालने के नाम पर अंगुठा लगाकर सम्पूर्ण राशी का आहरण कर लेते हैं और महिला को सिर्फ लाड़ली लक्ष्मी योजना कि राशी देकर इतिश्री कर देते हैं।
