तो क्या !दीपगाव कला में विकाश यात्रा के नाम पर एकत्र होने वाले जिले जिम्मेदार अधिकारी,मासूम बच्चों को यमलोक पहोचाने की तैयारी करने वाले जिम्मेदारो पर करेंगे कार्यवाही -बड़ा सवाल ?
क्या है मामला-दीपगाव कला में एकीकृत शाला(PS/MS)के क्षतिग्रस्त कमरों की मरम्मत के लिए राज्य स्तर से लगभग 3लाख रु के आसपास राशी स्वकृत की गई थी जिसमे कमरों के मरम्मत का कार्य करवाना था।लेकिन सूत्रों की माने तो काम कम और राशि अधिक होने के चलते जिम्मेदारो ने मनमर्जी से M.B.में जिस गाटर का जिक्र नही है उसे भी लगा दी और राशी का बन्दर बाँट करना चाहा साथ ही जो गाटर खरीदी गई वह भी कबाड़ की दुकान से लाई गई जैसी लग रही हैं
अब सवाल यह के शासन के सारे निर्माण कार्य जिम्मेदार उपयंत्रियों अधिकारियों के देख रेख में होते हैं तो फिर यह सब हो रहा था तब क्या यह आँख में पट्टी बाधे हुए थे यह यह अपने आर्थिक लाभ के चक्कर मे बच्चो की बली चढ़ाना चाहते थे।ऐसे ही जिले में 48 शालाओं के लिए राशी आई थी, सभी की जांच होना चाहिए।
बच्चों के पालक सहित जागरूक ग्रामीण आज करेंगे शिकायत।
आज दीपगाव कल में आने वाली विकास यात्रा में अधिकारीयो से बच्चों के पालक और जागरूक ग्रामीण शिकायत कर मामले में दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने की तत्काल मांग लरने की मांग करने का मन बनाके बैठे हैं, अब देखना विकास के नाम पर गावो का दौरा करने वाले अधिकारी विकास कार्यो में फर्जीवाड़ा करने वालो पर कैसे कार्यवाही करते हैं