एकीकृत शाला दीपगाव में छत में लगी गाटर में दो जगह जोड़,बेल्डिंग से जोड़ कर पुरानी ही दी लगा ...
शेख़ अफ़रोज़ खिरकिया/हरदा जिले की 48 शालाओं के लिए स्टेट बजट से मार्च में एम.एस एवं पी.एस जो कि अब एकीकृत शाला कहलाने लगी हैं इन शालाओ के क्षतिग्रस्त कमरों की मरम्मत के लिए अलग- अलग शाला अनुसार राशी स्वकृत की गई थी,जिसमे दीपगाव कला एकीकृत शाला में पीएस, एमएस शाला के कमरों के लिए लगभग 3 लाख के आसपास शासन से राशी मिली थी, जिसमें जिम्मेदारो ने छत में लगने वाले रेत,गिट्टी,सीमेन्ट के मिश्रण, मसाले में तो जो मनमानी दिखाई जो दिखाई क्षतिग्रस्त शाला के छत में भी सपोर्ट , मजबूती के लिए लगने वाली गाटर में भी मनमानी दिखाई ,गाटर नई ना खरीद कर दो टुकड़ों को बेल्डिंग से जोड़ कर छत में लगा दी गई हैं।
ऐसे लगता है ,जैसे कबाड़ से खरीद कर छत में लाकर लगा दीया गया हो अब ऐसे में अगर मजबूती में नई की अपेक्षा कमी रहेगी और भविष्य में कोई छोटे बच्चो के साथ घटना घटित होतीं है, तो इसके लिए जिम्मेदार कौन रहेगा ,जबकि राशी पालक शिक्षक संघ के खाते में ही आई थी ,जिसका संचालन अध्यक्ष और शिक्षक के हस्ताक्षर से ही किया जाता है और यह मरम्मत का कार्य सब इंजीनियरो की देख रेख में हु है, तो फिर बच्चों की सुरक्षा को लेकर इतनी बड़ी लापरवाही क्यों ?यह एक बड़ा जांच का विषय है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार-
हमारी प्रधान पाठक से बात हो गई हैं, जोड़ तोड़ वाली लगाई गई गाटर को हटाकर नई लगा देंगे।
जितेन्द्र सेन ,सहायक यंत्री सर्व शिक्षा अभियान हरदा।