मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक के प्रबंधन पर बैंक आर्गेनाईजेशन ने लगाऐं गंभीर आरोप नियमों की पूर्णतः अनदेखी कर स्वंय के घर की तर्ज पर चलाई जा रही ही बैंक।

मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक के प्रबंधन पर बैंक आर्गेनाईजेशन ने लगाऐं गंभीर आरोप नियमों की पूर्णतः अनदेखी कर स्वंय के घर की तर्ज पर चलाई जा रही ही बैंक।


शेख़ अफ़रोज़ भोपाल/
इस समय मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक के कई अधिकारी और कर्मचारीगण  बैंक प्रबंधन के भृष्ट आचरण और तानाशही रवैये से जबरजस्त त्रस्त हो रहे है। इसी को लेकर मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक वर्कस/आफिसर्स आर्गेनाईजेशन ने अपने पत्र क्रमांक/बीएमएस/22-23/26 दिनांक 20 जनवरी 2023 से मुख्य सतर्कता अधिकारी बैंक आॅफ इंडिया, प्रधान कार्यालय मुंबई को तथ्य प्रमाण शिकायत करते हुए मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक के प्रबंधन पर भृष्ट आचरण में लिप्त होन के आरोप लगाते हुए उचित कार्रवाही की मंाग की है।
आफिसर्स आर्गेनाईजेशन के महासचिव ने अपने पत्र में लिखा है कि बैंक के प्रधान कार्यालय के सतर्कता विभाग में भृष्टाचार चरम पर है जहाॅं छोटे-छोटे आरोपो में कर्मियों को अधिक दण्ड पारित किया जा रहा है वहीं गंभीर कदाचार सिघ्द होन पर रिश्वत लेकर दोषी अधिकारी को नाममात्र ‘‘परिनिंदा’’ का दण्ड पारित किया गया है। जिसके प्रमाण भी संगठन के व्दारा जिम्मेदार पदाधिकारियों को प्रेषित किए गये है।

बैंक आर्गेनाईजेशन का आरोप है कि उक्त आदेश के माध्यम से अनुशासन प्रधिकारी श्रीमती अर्चना वर्मा एवं बैंक अध्यक्ष श्री सुनिल शर्मा व्दारा मिलीभगत कर दोषी अधिकारी को लाभ पुहॅचाने के उद्देश्य से अनुपातिक दण्ड पारित नही किया गया है। पत्र में उक्त अनुशासन प्राधिकार वाले सम्बधितों को पद से हटाकर जाॅच किऐ जाने की मांग मुख्य समर्कता अधिकारी बैंक आॅफ इंडिया, प्रधान कार्यालय मुंबई सहित माननीय प्रधानमंत्री ,प्रदेश के मुख्यमंत्री,सचिव वित्त सेवा विभाग नई दिल्ली, मुख्य सतर्कता आयुक्त नई दिल्ली, गर्वनर रिर्जव बैंक आॅफ इंडिया मुम्बई, चेयरमेन नाबार्ड मुम्बई, सचिव वित्त विभाग भोपाल सहित अध्यक्ष इंडियन बैंक एसोसिएशन मुंबई से की है।