भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना आपदा के दौरान फैक्ट्री मालिक अपने कर्मचारियों को निकाल नहीं सकेंगे उन्हें वेतन देना ही होगा। मकान मालिक भी किराएदार को बेदखल नहीं कर सकते। ऐसा किए जाने पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने किसानों को भी आश्वस्त किया है कि ' चिंता न करें मैं हूं न...।'
उन्होंने बताया कि में प्रदेश में इलाज की समुचित व्यवस्था है हिम्मत न हारें लड़ाई लंबी हो सकती है। मुख्यमंत्री चौहान ने रविवार को फेसबुक लाइव के जरिए प्रदेशवासियों से कोरोना से लड़ाई में सहयोग की अपील करते हुए जरूरी उपायों पर अमल करने को कहा। अपने आधा घंटे के संबोधन में उन्होंने कई सवालों के जवाब भी दिए। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि इस आपातकालीन स्थिति में कोई भी फैक्ट्री मालिक कर्मचारियों को निकाल नहीं सकता। काम नहीं है तो भी उन्हें वेतन देना होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना का संदेह होने पर दहशत में न आएं, मरीज को अस्पताल ले जाएं। इस नाम पर कोई भी मकान मालिक किराएदार को बेदखल भी नहीं कर सकता। इस संबंध में प्रशासन को सख्त निर्देश दे दिए गए हैं। ऐसा होने पर संबंधित के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। जज्बे को सलाम किया मुख्यमंत्री ने विपरीत स्थिति के दौरान कर्तव्य पर डटे डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, सफाईकर्मी, पुलिसकर्मी और पत्रकारों की सराहना करते हुए उनके जज्बे को सलाम किया।
उन्होंने खासतौर पर भोपाल के कर्मचारी अशरफअली का जिक्र किया जो कि अपनी मां के अंतिम संस्कार के तुरंत बाद ही ड्यूटी पर लौट आए थे। देवास, नीमच, इंदौर और मनासा के उन बच्चों की सराहना भी की जिन्होंने अपनी गुल्लक के पैसे कोरोना से निपटने सहायता कोष को सौंप दिए। किसानों के लिए उन्होंने आश्वासन दिया कि पूरी उपज खरीदी जाएगी।