पट्टेदार ने लगाए फलदार पौधे, लिया संरक्षण का संकल्प – सोनपुरा व डूंगालिया में चला "एक पौधा मां के नाम" अभियान
शेख अफरोज सिराली (हरदा)।
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सिराली क्षेत्र में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में "एक पौधा मां के नाम" अभियान के तहत ग्राम सोनपुरा और डूंगालिया में वृक्षारोपण का आयोजन किया गया। इस अभियान को खनिज विभाग हरदा के निर्देशानुसार संपन्न किया गया, जिसमें पट्टेदार पवन मिश्रा ने अग्रणी भूमिका निभाई।
वृक्षारोपण कार्यक्रम में पवन मिश्रा ने लायंस क्लब के सहयोग से ग्राम सोनपुरा के क्रेशर क्षेत्र एवं डूंगालिया के खदान क्षेत्र के आसपास आम, जामुन, बादाम, नीम, गुलमोहर और जाम जैसे फलदार और छायादार पौधों का रोपण किया। इस अवसर पर मिश्रा ने न केवल पौधे लगाए बल्कि उनकी नियमित देखभाल और संरक्षण का संकल्प भी लिया।
उन्होंने कहा, "पर्यावरण की रक्षा हम सबकी जिम्मेदारी है। यदि हम हर अवसर पर एक पौधा लगाकर उसकी देखभाल का प्रण लें, तो आने वाली पीढ़ियों को एक स्वच्छ, हरा-भरा और सुरक्षित भविष्य मिल सकता है। 'एक पौधा मां के नाम' अभियान भावनात्मक रूप से जुड़ने का भी एक सशक्त माध्यम है, क्योंकि यह हमें प्रकृति को माता स्वरूप मानकर सेवा की प्रेरणा देता है।"
इस वृक्षारोपण अभियान में लायंस क्लब की जिला अध्यक्ष श्रीमती अंजू भायरे, राम नेमा, चेतन कौशिक, दीपक कुशवाहा, प्रकाश, सहित कई सक्रिय सदस्य उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर पौधे लगाए और उनकी सुरक्षा के लिए स्थानीय समुदाय को भी प्रेरित किया।
अंजू भायरे ने इस अवसर पर कहा कि "लायंस क्लब पर्यावरण के मुद्दों पर लगातार कार्य कर रहा है। जब तक जनसहभागिता नहीं होगी, तब तक स्थायी परिवर्तन संभव नहीं है। इस प्रकार के अभियान ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने में अत्यंत प्रभावी हैं।"
वृक्षारोपण के दौरान लायंस क्लब और पट्टेदारों ने मिलकर पौधों के चारों ओर सुरक्षा घेरा बनाया, जिससे मवेशियों आदि से पौधों की रक्षा की जा सके। साथ ही स्थानीय ग्रामीणों को इन पौधों की नियमित सिंचाई और देखरेख की जिम्मेदारी सौंपी गई।
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य खनन क्षेत्रों में हरियाली बढ़ाना, प्रदूषण को नियंत्रित करना और जैव विविधता को प्रोत्साहित करना रहा। विशेष रूप से फलदार पौधे लगाकर यह प्रयास किया गया है कि भविष्य में इनसे पर्यावरण के साथ-साथ ग्रामीणों को आर्थिक लाभ भी मिल सके।
कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित सदस्यों और ग्रामीणों ने संकल्प लिया कि वे इस वृक्षारोपण को एक दिन का नहीं बल्कि लगातार चलने वाली प्रक्रिया बनाएंगे। पौधे लगाने के बाद उनका पालन-पोषण करना ही असली सेवा है – यही विचार इस आयोजन की आत्मा रहा।
इस तरह "एक पौधा मां के नाम" अभियान ने सिराली क्षेत्र के सोनपुरा और डूंगालिया गांवों में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक सार्थक पहल की है, जिसकी गूंज आने वाले समय में और अधिक हरीभरी दिखेगी।