कुंवर भारत शाह जी की पुण्यतिथि पर सिराली महाविद्यालय में पौधारोपण, शाह परिवार ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ थीम पर किए 50 पौधों का दान
शेख अफरोज सिराली (हरदा)।
शासकीय महाविद्यालय सिराली में शनिवार को पर्यावरण संरक्षण के महत्व को रेखांकित करते हुए एक प्रेरणादायी आयोजन संपन्न हुआ। यह कार्यक्रम अंकुर अभियान के अंतर्गत आयोजित किया गया, जिसकी थीम थी ‘एक पेड़ मां के नाम’। इस अवसर पर कुंवर स्वर्गीय श्री भारत शाह जी की 14वीं पुण्यतिथि पर शाह परिवार द्वारा महाविद्यालय को 50 पौधे भेंट किए गए। यह कार्यक्रम न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल रहा, बल्कि स्वर्गीय भारत शाह जी के व्यक्तित्व और उनके आदर्शों को स्मरण करने का भी भावपूर्ण माध्यम बना।
पौधारोपण कार्यक्रम में स्व. भारत शाह जी की सुपुत्री एवं महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. धीरज शाह, उनकी पुत्रवधू एवं ग्राम जिनवाड़िया की सरपंच संगीता शाह की गरिमामयी उपस्थिति रही। दोनों ने श्रद्धापूर्वक अपने पूज्य पिताश्री की स्मृति में महाविद्यालय परिसर में पौधारोपण कर अभियान की शुरुआत की। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त स्टाफ, विद्यार्थी, राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के स्वयंसेवक, एवं अंकुर अभियान प्रभारी डॉ. शारदा द्विवेदी ने मिलकर परिसर में विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपे।
प्राचार्य डॉ. धीरज शाह ने इस अवसर पर कहा कि "पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण एक जिम्मेदारी है, जिसे हर व्यक्ति को निभाना चाहिए। यह कार्य यदि किसी प्रियजन की स्मृति में हो, तो उसका भाव और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है।" उन्होंने विद्यार्थियों को आह्वान किया कि वे नियमित रूप से इन पौधों की देखरेख करें और अपने जीवन में पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार नागरिक बनें।
सरपंच संगीता शाह ने भी अपने संबोधन में कहा कि "प्रकृति और पर्यावरण हमारे जीवन के अभिन्न अंग हैं। पेड़ न केवल जीवनदायिनी ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, बल्कि हमें स्वच्छ वातावरण, छाया, फल, और जैव विविधता भी देते हैं। ‘एक पेड़ मां के नाम’ जैसे अभियान समाज को भावनात्मक रूप से जोड़ने का श्रेष्ठ माध्यम हैं।"
इस मौके पर डॉ. शारदा द्विवेदी ने अभियान की विस्तृत जानकारी दी और विद्यार्थियों से अपेक्षा की कि वे इस मुहिम को गांव-गांव तक ले जाएं। उन्होंने कहा कि "भारत जैसे देश में जहां जैव विविधता अत्यंत समृद्ध है, वहां पौधारोपण केवल एक दायित्व नहीं बल्कि भावनात्मक संकल्प होना चाहिए।"
कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त शिक्षकगण, कर्मचारी, NSS स्वयंसेवक, और विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सभी ने शाह परिवार द्वारा किए गए इस प्रेरणास्पद योगदान के लिए आभार प्रकट किया और पौधों की देखरेख का संकल्प लिया।
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन एवं स्मृति चित्र के रूप में सामूहिक फोटो से हुआ, जिसमें सभी प्रतिभागियों ने पौधों के साथ चित्र खिंचवाया और स्वर्गीय भारत शाह जी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर पूरा परिसर एक हरियाली के संकल्प से ओतप्रोत नजर आया। कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि एक पेड़ लगाना सिर्फ पर्यावरण की सेवा नहीं, बल्कि पीढ़ियों को जीवन देने वाला पुनीत कार्य है।